नीदरलैंड के प्रधानमंत्री से वार्ता के बाद साझा बयान में मोदी ने कहा- आर्थिक सुधारों के लिए प्रतिबद्धनीदरलैंड के प्रधानमंत्री से वार्ता के बाद साझा बयान में मोदी ने कहा- आर्थिक सुधारों के लिए प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि देश में आर्थिक सुधारों को लेकर उनकी प्रतिबद्धता मजबूत बनी हुई है और आगे भी बनी रहेगी। राजधानी के हैदराबाद हाउस में नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूटे के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता में हिस्सा लेने के बाद उन्होंने यह बात कही। हैदराबाद हाउस में हुई वार्ता में नीदरलैंड और भारत की 130 कंपनियों के 230 उद्योगपति-कारोबारी (सीईओ) शामिल हुए। इस वार्ता के बाद जारी भारत-नीदरलैंड संयुक्त घोषणापत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आर्थिक सुधारों को लेकर आगे भी प्रतिबद्धता मजबूत बनी रहेगी।’ मुख्य कार्यकारियों की बैठक में भारत में निवेश बढ़ाने के नीदरलैंड की कंपनियों के विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर सकारात्मक बातचीत हुई।
प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने नीदरलैंड के अपने समकक्ष के साथ विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान दोनों पक्षों ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा व कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में आपसी संबंध और मजबूत बनाने का फैसला किया। दोनों प्रधानमंत्रियों की वार्ता में द्विपक्षीय मुद्दों के साथ-साथ साझा हित के क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। मोदी ने अंतरराष्ट्रीय सौर संगठन (आइएसए) का सदस्य बनने के लिए नीदरलैंड की सराहना की। संयुक्त घोषणापत्र में अपनी टिप्पणी में प्रधानमंत्री रूटे ने कहा कि दोनों देशों के लिए व्यापार व निवेश, स्वच्छ ऊर्जा, कृषि व स्मार्ट शहर जैसे क्षेत्रों में सहयोग की खूब गुंजाइश है। प्रधानमंत्री मोदी और रूटे की मौजूदगी में दोनों देशों के कारोबारियों व उद्योगपतियों (सीईओ) की राउंड टेबल कांफ्रेंस में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और तकनीक समेत 10 क्षेत्रों में निवेश प्रस्तावों पर विस्तृत वार्ता हुई। नीदरलैंड से भारत में निवेश बढ़ाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में करार पर सीईओ बातचीत कर रहे हैं। नीदरलैंड उन शीर्ष चार देशों में शुमार है, जहां की कंपनियों ने भारत में सबसे ज्यादा पूंजीनिवेश किया है। पिछले एक साल में सऊदी अरब के बाद सबसे से अधिक निवेश भारत में नीदरलैंड से आया है। नीदरलैंड ने 2000 से दिसंबर 2017 तक, 17 साल की अवधि में कुल 23 अरब डॉलर का निवेश भारत में किया है।