जब बाबर अज़ाम, बेटर और पाकिस्तानी को अचानक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने टेस्ट टीम में रख दिया, तभी मोहम्मद रिवान और हारिस राउफ़ को 17‑सदस्यीय T20 स्क्वाड से बाहर कर दिया गया, यह खबर 12 अक्टूबर 2025 को परदे पर आई। इस कदम का असर सीधे दक्षिण अफ्रीका के साथ तय‑शुदा तीन‑मैच श्रृंखला की तैयारी पर पड़ेगा, और साथ ही 2026 के ICC पुरुष T20 विश्व कप के लिये टीम का दुरुस्ती‑पथ भी तय‑हो जाएगा।

एशिया कप 2025 की निराशाजनक कथा

एशिया कप 2025 में पाकिस्तान ने लगातार तीन हार झेली – ग्रुप चरण में, सुपर‑फ़ोर में और फिर फाइनल में भारत के पास 5 विकेट से हार। फाइनल 28 सेप्टेम्बर 2025 को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुआ, जहाँ हारिस राउफ़ ने 3.4 ओवर में 50 रन दिया। यह प्रदर्शन पीसीबी के भीतर बहुत चर्चा का विषय बना।

रिपोर्ट में बताया गया कि बाबर अज़ाम का संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 23 मैच, 763 रन, औसत 40.00 और स्ट्राइक‑रेट 119 था; वहीं रिवान के 14 मैच में 592 रन, औसत 53.00, स्ट्राइक‑रेट 120 था। आँकड़े अच्छी तरह दिखाते हैं, पर रणनीतिक झुकाव बदल गया।

स्क्वाड में चौंकाने वाले बदलाव

पीसीबी ने इस बदलाव को ‘भविष्य‑के‑लिए‑सही‑चेंज’ के शब्द में पेश किया। पहले से ही 30 साल के बाबर अज़ाम को टेस्ट टीम में शामिल किया गया था, पर टॉस‑टू‑टॉस पर उन्हें T20 में नहीं देखा गया। वहीं 33‑साल के रिवान को भी उसी दिन के बाद ही सौंपा गया ‘बदलाव‑का‑सत्र’। यह निर्णय ज़का आशरफ़ के नेतृत्व में पीसीबी द्वारा किया गया, जो लाहौर (पाकिस्तान) में स्थित है।

परिणामस्वरूप नई स्क्वाड में युवा बॉलर, तेज़ फील्डिंग वाले खिलाड़ी और सीमित‑ओवर में तेज़ी से रन बनाने वाले बट्समैन शामिल किए जाएंगे। पीसीबी ने कहा कि ‘यदि बदलाव एक बार में बहुत बड़ा हो गया तो टीम असंतुलित हो सकती है’, पर यही जोखिम उन्होंने उठाने का फैसला किया है।

विचार‑विमर्श: खिलाड़ियों, विशेषज्ञों और दर्शकों की राय

बाबर अज़ाम और रिवान दोनों ने अभी तक सार्वजनिक बयान नहीं दिया, पर उनके एजेंटों ने संकेत दिया कि दोनों खिलाड़ी ‘देश के लिये हमेशा तैयार’ हैं। कुछ वरिष्ठ खिलाड़ी, जैसे शाहीन शाह अफ़रीदी, ने कहा कि टीम को नई ऊर्जा की जरूरत है, और वे युवा खिलाड़ियों को मौका देने को ‘सही कदम’ मानते हैं।

क्रिकेट विश्लेषकों ने चेतावनी दी कि इस तरह के ‘बॉम्बशेल’ निर्णय से टीम के रैंकिंग पर असर पड़ सकता है। ICC की आधिकारिक रैंकिंग के अनुसार, पाकिस्तान 30 सितंबर 2025 को T20 में 3रे नंबर पर 258 अंक के साथ था। यदि युवा खिलाड़ियों को लगातार अंतरराष्ट्रीय मंच पर नहीं दिखाया गया तो यह रैंकिंग घट सकती है।

फैंस के बीच सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ दिखी। कुछ ने कहा, ‘बाबर अज़ाम को हटाना जैसे कि टीम की रीढ़ को हटा देना’, जबकि अन्य ने समझाया, ‘नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए, तभी भविष्य सुरक्षित रहेगा’।

भविष्य की राह: 2026 के विश्व कप की तैयारी

2026 का ICC पुरुष T20 विश्व कप नवंबर में आयोजित होगा, और अब पाकिस्तान के कोचिंग स्टाफ को नए स्क्वाड के साथ एक साल‑से‑अधिक समय तक सिमुलेशन मैच और चार्ड्टर्स की योजना बनानी होगी। घरेलू टूर, जैसे दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला, को ‘टेस्ट बेंच’ के साथ मिलाकर एक संपूर्ण तैयारी‑प्रोग्राम तैयार किया जाएगा।

पीसीबी ने कहा कि इस बदलाव से युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय दबाव का अनुभव मिलेगा, और सतत् चयन प्रक्रिया से टीम का संतुलन बेहतर होगा। यदि सब कुछ योजनाबद्ध ढंग से चलता रहा, तो पाकिस्तान को 2026 में शीर्ष‑तीन स्थान के लिए फिर से दावेदार बनना संभव है।

पिछला परिप्रेक्ष्य: 2019 से अब तक की टीम चयन नीति

2019 के विश्व कप में पाकिस्तान ने अप्रत्याशित हार झेली, तब भी चयन में कई अड़चनें आईं। अब तक पीसीबी ने कई बार ‘अचानक’ खिलाड़ियों को हटाया है – जैसे 2016 में इमरान हुसैन की जगह मुस्कान रजत को देना, या 2020 में फजल रचना को बेंच में रखना। इस बार की कार्रवाई, बाबर अज़ाम और रिवान जैसे सितारों को हटाकर, पिछले वर्षों की तुलना में अधिक ‘संकटात्मक’ लगती है।

इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, यह स्पष्ट है कि पीसीबी का लक्ष्य केवल वर्तमान टूर जीतना नहीं, बल्कि दीर्घ‑कालिक स्थिरता बनाना है।

मुख्य तथ्य

  • बाबर अज़ाम, मोहम्मद रिवान और हारिस राउफ़ को 12 अक्टूबर 2025 को घोषित 17‑सदस्यीय T20 स्क्वाड से बाहर किया गया।
  • परिवर्तन का मुख्य कारण एशिया कप 2025 में निराशाजनक प्रदर्शन और 2026 के T20 विश्व कप की तैयारी।
  • पीसीबी के चेयरमन ज़का आशरफ़ ने बताया कि टीम को युवा प्रतिभा से पुनर्जीवित करना आवश्यक है।
  • इंडियन टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया; हारिस राउफ़ ने 3.4 ओवर में 50 रन दिए।
  • अभी टीम की T20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग 3री position, 258 अंक पर है (30 सितंबर 2025)।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

बाबर अज़ाम और मोहम्मद रिवान को हटाने का मुख्य कारण क्या बताया गया?

पीसीबी ने बताया कि एशिया कप 2025 में निराशाजनक परफॉर्मेंस और 2026 के T20 विश्व कप की दीर्घकालिक तैयारी के चलते टीम को नई ऊर्जा और युवा प्रतिभा से री‑बिल्ड करना आवश्यक है। इसलिए अनुभवी सितारों को बाहर कर, नए बॉलर और बट्समैन को मौका दिया जाएगा।

क्या इस फैसले का पाकिस्तान की T20 विश्व रैंकिंग पर असर पड़ेगा?

विश्लेषकों का मानना है कि यदि युवा खिलाड़ियों को लगातार अंतरराष्ट्रीय मैचों में नहीं खेलाया गया तो टीम की स्थिरता बिगड़ सकती है, जिससे रैंकिंग घट सकती है। लेकिन अगर नई पीढ़ी सफल प्रदर्शन करती है, तो रैंकिंग बनाए रखने या सुधारने की संभावना है।

दक्षिण अफ्रीका सीरीज में नई स्क्वाड कैसे तैयार होगी?

पीसीबी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के साथ तीन‑मैच टूर को नई परीक्षण‑मैदान के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें युवा बॉलर, तेज़ फील्डर और नई बैटिंग लाइन‑अप को कवर‑ड्राइव, फास्ट‑बॉल और पावरप्ले स्थितियों में अभ्यास कराया जाएगा।

क्या इस बदलाव से भारत‑पाकिस्तान किस्मत वाले मैचों की गुणवत्ता प्रभावित होगी?

इसे लेकर दोनों देशों के प्रशंसकों में उत्सुकता बढ़ी है। नई टीम के साथ भारत‑पाकिस्तान के री‑टर्न मिलते‑जुलते रोमांचक मैचों की संभावना है, पर अनुभव की कमी से शुरुआती दौर में खेल की गुणवत्ता में उतार-चढ़ाव आ सकता है।

पीसीबी के चेयरमन ज़का आशरफ़ ने इस निर्णय पर क्या कहा?

लाहौर में स्थित पीसीबी के मुख्य कार्यालय से ज़का आशरफ़ ने कहा कि "टीम को पुनः निर्माण करने का समय आ गया है; युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना हमारा प्राथमिक लक्ष्य है"। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बदलते क्रिकेट माहौल में निरंतर नवाचार आवश्यक है।