तेजस्वी यादव ने एनडीए के एक पार्टनर को दिया बातचीत का ऑफर
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एनडीए के घटक दल रालोसपा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को बातचीत का ऑफर दिया है। कुशवाहा के एनडीए के भोज में शामिल न होने के बाद जारी अटकलों के बीच तेजस्वी ने यह प्रस्ताव रखा है।
लोकसभा चुनाव के करीब आने के साथ ही देश का राजनीतिक पारा भी चढ़ता जा रहा है। फिलहाल इसके केंद में बिहार है। एनडीए के घटक दलों के भोज से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के अलग रहने से अटकलों का बाजार गर्म है। इस पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव के बयान ने इसे और हवा दे दी है। उन्होंने कहा, ‘उपेंद्र कुशवाहा के लिए एनडीए में कोई स्थान नहीं है। यदि वह हमलोगों से बात करना चाहते हैं तो हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है।’ रालोसपा प्रमुख केंद्र में मंत्री भी हैं। एनडीए की पार्टी में 7 जून को शामिल नहीं होने से कुशवाहा के गठबंधन से अलग होने की अटकलें बढ़ गई थीं। इस बीच, तेजस्वी के बयान ने राजनीतिक गलियारों में और खलबली मचा दी। आखिरकार उपेंद्र कुशवाहा को इस बाबत सार्वजनिक तौर पर बयान देना पड़ा। उन्होंने एनडीए से नाता तोड़ने की खबरों का खंडन किया है। रालोसपा प्रमुख ने कहा कि फ्लाइट छूटने के कारण वह भोज में शामिल नहीं हो सके थे, ऐसे में इसे इतना बड़ा मामला क्यों बनाया जा रहा है। कुशवाहा ने कहा कि इस कार्यक्रम में सिर्फ वह ही नहीं, बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने सवाल उठाया कि अमित शाह से कितने लोगों ने इस बाबत सवाल किया। केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि बिहार में एनडीए पूरी तरह से एकजुट है।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव एनडीए में सेंध लगाने का कोई मौका नहीं चूकना चाहते। उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए के भोज में शामिल न होने पर उन्होंने एनडीए के घटक दल को भावी राजनीतिक समीकरण के लिए बातचीत का प्रस्ताव दे डाला। तेजस्वी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमलावर रहे हैं। बता दें कि कुछ दिनों पहले जेडीयू के युवा सम्मेलन में सीएम नीतीश ने कहा था कि कुछ लोग उन्हें एलिमिनेट करना चाहते हैं, जेडीयू को एलिमिनेट करना चाहते हैं, लेकिन उनका ये मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा। नीतीश के बयान पर तेजस्वी ने निशाना साधा था। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था कि वह उनलोगों का नाम उजागर करें जो उन्हें पार्टी और राजनीति से एलिमिनेट करना चाहते हैं।