तमिलनाडु देश का एक महत्वपूर्ण राज्य है, पर यहाँ रहने के अपने नुकसान भी हैं जिन्हें जानकर तैयारी करना बेहतर रहता है। यह पेज उन मुख्य समस्याओं को सीधे और साफ़ तरीके से बताता है और साथ में व्यावहारिक सलाह देता है ताकि आप आसानी से एडजस्ट कर सकें।
सबसे पहली बड़ी चुनौती गर्मी और लगातार नमी है। खासकर मई-जून के महीनों में तापमान और हाई हुमिडिटी से थकान, त्वचा और सास की दिक्कत बढ़ सकती है।
दूसरी समस्या मौसमी आपदाएँ हैं — तटीय इलाके चक्रवात और भारी मानसून के समय बाढ़ का सामना करते हैं। बुरा ड्रेनेज और पुराने इलाके पानी जमा होने का खतरा बढ़ाते हैं।
तीसरा, भाषा बाधा। तमिल स्थानीय भाषा है और सरकारी काम-काज या छोटे बाजारों में तमिल न जानने पर परेशानी आ सकती है। कई लोगों से संवाद के लिए बुनियादी तमिल जानना मददगार रहता है।
चौथा, ट्रैफिक और शहरों में प्रदूषण। चेन्नई जैसे बड़े शहरों में ट्रैफिक जाम, पार्किंग की कमी और औद्योगिक-यातायात प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है, जो रोजमर्रा की जिंदगी को धीमा कर देता है।
पाँचवा, पानी और बिजली में समस्या। कुछ इलाकों में सीजनल पानी की किल्लत, और ग्रामीण/उत्तरी हिस्सों में बिजली कटौती देखने को मिलती है। इससे घरेलू जिंदगी और काम प्रभावित हो सकते हैं।
गर्मी से बचने के लिये घर में अच्छी हवा-आवाज़ और शेड वाली खिड़कियाँ रखें; एसिस और डीह्यूमिडिफायर जहाँ जरूरी हो इस्तेमाल करें। हल्के कपड़े, खूब पानी और सनस्क्रीन अपनाएँ।
चक्रवात और बाढ़ को ध्यान में रखते हुए घर चुनें — ऊँची जमीन, अच्छा ड्रेनेज और बाढ़-जोखिम का पहले से पता लगाएँ। बार-बार पानी भरने वाले इलाके में निवेश से बचें।
भाषा बाधा दूर करने के लिए बुनियादी तमिल सीखें और मोबाइल में अनुवाद ऐप रखें। स्कूल, बैंक और स्थानीय दफ्तरों के कामों के लिए पहले से दस्तावेज और आवश्यक शब्द सीख लें।
ट्रैफिक से बचने के लिये ऑफिस के पास घर ढूँढें या फ्लेक्सी काम के विकल्प देखें। सार्वजनिक परिवहन और बाइक/ई-स्कूटर का उपयोग करके समय बचाया जा सकता है।
पानी और बिजली की समस्या के लिए हैंडपंप, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग और वाटर प्यूरीफायर पर ध्यान दें; इन्वर्टर या सोलर बैकअप छोटे-छोटे व्यवधानों से बचाते हैं।
अंत में, हर इलाके की अलग विशेषता होती है — शहरों में सुविधाएँ बेहतर हैं, गाँवों में कम खर्च और शांत वातावरण मिलता है। स्थान चुनते समय काम, स्कूल, स्वास्थ्य सुविधा और आपातकालीन मार्गों को प्राथमिकता दें। ये छोटे-छोटे फैसले तमिलनाडु में रहने के नुकसान को काफी कम कर देते हैं।