कभी सोचा है कि कुछ चीज़ें सालों चल जाती हैं और कुछ एक सीजन में टूट जाती हैं? सही चुनाव और सही देखभाल ही फर्क बनाते हैं। यहाँ आपको आसान और सीधे उपाय मिलेंगे जिससे आप पैसों का सही इस्तेमाल करें, समय बचाएँ और बाद में सिर दर्द कम हो।
जब कुछ खरीदें तो सिर्फ कीमत मत देखें। सामग्री और निर्माण कैसे हुआ है, ये ज्यादा मायने रखते हैं। लोहे या स्टेनलेस पर ध्यान दें, प्लास्टिक कम और उच्च क्वालिटी वाले कपड़े ज्यादा टिकते हैं। वारंटी और सर्विस सपोर्ट देखें — 2 साल की वारंटी अक्सर बताती है कि निर्माता अपने प्रोडक्ट पर भरोसा करता है।
रिपेयरबिलिटी देखें: क्या खराब होने पर पार्ट्स मिलते हैं? क्या आप खुद छोटी मरम्मत कर सकते हैं? अगर हां, तो उस आइटम की लाइफ बहुत बढ़ जाती है। ऑनलाइन रिव्यू पढ़ें लेकिन सिर्फ स्टार नहीं, उन रिव्यूज़ में लिखी खराबियों और मरम्मत के अनुभवों को भी देखें।
कम खरीदें, अच्छी खरीदें। सस्ते कई-बार बदलने से बेहतर है कि एक बार अच्छा लें। इससे पर्यावरण भी बचता है और खर्च भी कम होता है।
अच्छी आदतें एक दिन में नहीं बनतीं। छोटे लक्ष्य रखें और रोज़ एक ही काम करें — 10 मिनट पढ़ना, हर दिन चलना। ट्रिगर सेट करें: जैसे सुबह चाय के बाद 10 मिनट पढ़ना। छोटे विजयी पल आदत को पक्का करते हैं।
रिश्तों में टिकाऊपन के लिए बात करना जरूरी है। रोज़ छोटे-छोटे संवाद रखें: क्या अच्छा लगा, क्या परेशान कर रहा है। सीमाएँ बताइए और एक-दूसरे के लक्ष्य जानिए। भरोसा और भरोसेरीत तरीका रिश्ते को टिकाऊ बनाते हैं।
माफ़ करना सीखें पर समस्याओं को टालें नहीं। समस्याओं को छोटी अवस्था में सुलझा लेना बड़ा झगड़ा होने से रोकता है।
काम और करियर में टिकाऊ बनने का मतलब है स्किल्स पर निवेश। रोज़ थोड़ा ज्ञान बढ़ाएँ, नेटवर्क बनाइए और बदलती टेक्नोलॉजी से कदम मिलाइए। एक नई स्किल सीखना अक्सर आपकी वैल्यू को सालों तक बढ़ा देता है।
रख-रखाव की सोच अपनाइए: जूतों पर क्रिम लगाना, एयरकंडीशनर की सफाई, मोबाइल का बैकअप — ये छोटे काम चीज़ों की उम्र बढ़ाते हैं। समय पर मरम्मत कराते रहें, होने दें तो बाद में खर्चा और परेशानी बढ़ जाती है।
छोटी चेकलिस्ट बना लें — खरीद से पहले और खरीद के बाद की जाँचें। यही आदतें आपको लंबे समय तक चलने वाले जीवनशैली की ओर ले जाएँगी।
यहाँ दिए टिप्स रोज़मर्रा में अपनाने लायक हैं। एक-एक बदलाव करके देखें — आप खुद फर्क महसूस करेंगे।