पंचांग 12 अप्रैल 2018: आज ही वरूथिनी एकादशी व्रत
राष्ट्रीय मिति चैत्र 22 शक संवत् 1940 वैशाख कृष्ण एकादशी बृहस्पतिवार विक्रम संवत् 2075। सौर चैत्र मास प्रविष्टे 30, रज्जब 24 हिजरी 1439 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 12 अप्रैल सन् 2018 ई०। उत्तरायण, उत्तर गोल, वसंत ऋतु।
राहुकाल मध्याह्न 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। एकादशी तिथि प्रातः 8 बजकर 13 मिनट तक उपरांत द्वादशी तिथि का आरंभ, शतभिषा नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 3 बजकर 18 मिनट तक उपरांत पूर्वा भाद्रपद का आरंभ, शुक्ल योग अगले दिन तड़के 5 बजकर 23 मिनट तक ब्रह्म योग का आरंभ।
बालव करण प्रातः 8 बजकर 13 मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चन्द्रमा दिन रात कुंभ राशि पर संचार करेगा। आज ही वरूथिनी एकादशी व्रत, श्री वल्लभाचार्य जयंती।
राष्ट्रीय मिति चैत्र 22 शक संवत् 1940 वैशाख कृष्ण एकादशी बृहस्पतिवार विक्रम संवत् 2075। सौर चैत्र मास प्रविष्टे 30, रज्जब 24 हिजरी 1439 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 12 अप्रैल सन् 2018 ई०। उत्तरायण, उत्तर गोल, वसंत ऋतु।
राहुकाल मध्याह्न 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। एकादशी तिथि प्रातः 8 बजकर 13 मिनट तक उपरांत द्वादशी तिथि का आरंभ, शतभिषा नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 3 बजकर 18 मिनट तक उपरांत पूर्वा भाद्रपद का आरंभ, शुक्ल योग अगले दिन तड़के 5 बजकर 23 मिनट तक ब्रह्म योग का आरंभ।
बालव करण प्रातः 8 बजकर 13 मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चन्द्रमा दिन रात कुंभ राशि पर संचार करेगा। आज ही वरूथिनी एकादशी व्रत, श्री वल्लभाचार्य जयंती।