महाराष्ट्र : फडणवीस को खडसे की धमकी, ‘मैंने मुंह खोला तो पूरा देश हिल जाएगा’
एकनाथ खडसे ने जमीनी विवाद के भ्रष्टाचार और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संपर्क रखने जैसे आरोपों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
बीजेपी के असंतुष्ट नेता एकनाथ खडसे ने अपने चुनावी क्षेत्र में समर्थकों को संबोधित करते हुए एक बार फिर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए विवादित बयान दिया है. उन्होंने दावा किया, ‘भले ही मैंने अपने खिलाफ आरोपों के चलते इस्तीफा दे दिया है, अगर मैंने अपना मुंह खोला तो पूरा देश हिल जाएगा. साथ ही यह भी कहा कि राज्य में मंत्री बोलने से ‘डरते हैं’.
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने इस्तीफे से इनकार कर दिया था. गौरतलब है कि एकनाथ खडसे की कुर्सी इस समय खतरे में थी चूंकि एमआईडीसी जमीन घोटाले में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और प्रदेश बीजेपी से रिपोर्ट मांगी थी. इस बात की संभावना थी कि पार्टी 10 जून के बाद उन पर करवाई कर सकती थी, इसलिए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के फोन कॉल और जमीन घोटाले में घिरे खडसे पार्टी से अलग-थलग पड़ रहे थे, इसलिए इस्तीफे के बाद एकनाथ खड़से ने कहा था कि मेरे खिलाफ लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं.
भ्रष्टाचार और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संपर्क रखने के आरोप थे
एकनाथ खडसे ने जमीनी विवाद के भ्रष्टाचार और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संपर्क रखने जैसे आरोपों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं खड़से के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में जांच और राज्य कैबिनेट से उन्हें हटाए जाने की मांग को लेकर आप की पूर्व नेता अंजलि दमानिया ने भी भूख हड़ताल शुरू कर हा थी. उस समय राजस्व मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए मीडिया को संबोधित करते हुए खड़से ने कहा, ‘मेरे खिलाफ लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं. राजनीतिक साजिश के तहत मेरे ऊपर आरोप लगाए गए हैं. मेरे खिलाफ अगर कोई सबूत मिलेगा तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.
फडणवीस पर निशाना साधते रहते हैं खडसे
खडसे हमेशा अपने राजनीतिक पुनर्वास के लिए संघर्षरत रहे हैं और कई बार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते रहते है. इसके साथ ही खड़से ने कई अच्छी योजनाएं शुरू करने के लिए बीजेपी और महाराष्ट्र सरकार की प्रशंसा भी की. उन्होंने कई बार संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि ‘मंत्री और पार्टी कार्यकर्ता निर्देश के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर देखते हैं और बोलने से डरते हैं कि कहीं वे ऐसी स्थिति में नहीं फंस जाएं, जिसके लिए वे पहले से तैयार न हों’.