32वें सूरजकुंड मेले का आज से शानदार आगाज, पहली बार दो मुख्यमंत्रियों ने किया उद्घाटन
शिल्प और कला का अंतरराष्ट्रीय संगम कहे जाने वाले सूरजकुंड मेले का शुक्रवार (2 फरवरी) से शानदार आगाज हो गया है। सुनहरे रंगों की छटा बिखेर रहे मेला परिसर में पहले ही दिन देश-विदेश के क्राफ्ट और कल्चर को पर्यटकों के सामने पेश किया गया। मेले का शुभारंभ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने संयुक्त रूप से किया। यह पहली बार है जब दो मुख्यमंत्रियों ने संयुक्त रूप से सूरजकुंड मेले का उद्घाटन किया है।
32वें अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में इस बार उत्तर प्रदेश थीम राज्य होगा और किर्गिस्तान सहयाेगी देश के तौर पर हिस्सा ले रहा है। उद्घाटन के बाद योगी अादित्यनाथ और मनोहर लाल खट्टर ने मेले का अवलोकन भी किया। इस दौरान दोनों यहां पर आए कुछ कलाकारों से बातचीत भी की।
उद्घाटन के मौके पर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि यह मेला साल में दो बार अवश्य आयोजित किया जाना चाहिए।
वहीं, अपने संबोधन में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जमीन का विवाद है उत्तर प्रदेश में और झगड़ा होता है हरियाणा में। हरियाणा में भगवान कृष्ण ने ऐसा संदेश दिया कि युद्ध भूमि को ही उन्होंने कर्मभूमि बना दिया।
32वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में एक तरफ जहां विभिन्न देशों के कलाकार नृत्य व गायन से रंग जमाएंगे, वहीं थीम स्टेट उत्तर प्रदेश की विविध कलाओं का प्रदर्शन होगा।
महाकुंभ में इस वर्ष 1100 से ज्यादा शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। पिछले वर्ष यह संख्या 1008 थी। इस बार 28 देश भागीदारी देंगे, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 23 थी। इस वर्ष 14 देशों के कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।
325 विदेशी भागीदारों में 82 हस्तशिल्पी शामिल हैं। बृहस्पतिवार को अधिकांश हस्तशिल्पियों ने अपने स्टाल पर सामान लगाना भी शुरू कर दिया था। दर्शक मेले में इस बार पर्यटक भारतीय और किर्गिस्तान के व्यंजनों का भी जायका ले पाएंगे। मेला 18 फरवरी तक चलेगा।
देशी के साथ विदेशी कलाकारों का होगा जलवा: मेला में टर्की, मोरक्को, थाईलैंड, सीरिया, श्रीलंका, तंजानिया, नीगर, नेपाल, इजिप्ट, दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, मालदीव, मॉरीसस, यूगांडा, युक्रेन, बांग्लादेश, भूटान, तुर्कमेनिस्तान, उजबेकिस्तान, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, लेबनान, कीनिया, तनीषिया, मेडागासकर, रसिया के अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार प्रतिदिन चौपाल पर अपनी प्रस्तुति से रंग जमाएंगे। इनके अलावा पंजाब पुलिस समूह द्वारा भांगडा व गिद्दा, हरियाणवी डांस, काला जादू, बीन पार्टी व बंचारी का नगाड़ा पार्टी भी मेले का आकर्षण रहेगी।
सीएम के आदेश पर छात्र-छात्राओं को निश्शुल्क एंट्री
सरकारी व गैर सरकारी स्कूल तथा कॉलेजों के छात्र-छात्रओं को ग्रुप में आने पर निश्शुल्क एंट्री दी जाएगी। मेला प्रबंधन की ओर से इसके लिए संबंधित स्कूल या कॉलेज के प्राचार्य की ओर से लिखित में प्रार्थना पत्र होना अनिवार्य किया गया है। मेले में युद्ध वीरांगनाओं और उनके परिजनों को निश्शुल्क प्रवेश दिया जाएगा, जबकि दिव्यांग और विशेष वर्ग के व्यक्तियों को टिकट पर 50 फीसद की छूट दी जाएगी।
हस्तशिल्पियों को स्टॉल मिलने में हुई परेशानी
मेला परिसर में आए हस्तशिल्पियों को स्टाल मिलने में खासी परेशानी का करना पड़ा। एक स्टाल नंबर दो शिल्पियों को अलाट किया गया। बृहस्पतिवार को दोपहर बाद कई हस्तशिल्पियों ने स्टाल न मिलने पर यूपी पर्यटन विभाग की क्षेत्रीय अधिकारी अंजू चौधरी से मिलकर नाराजगी जताई।
मेले में जोन-4 में हट नंबर 701-826 से फूडकोर्ट की ओर जाने वाले रास्ते पर बीएसएफ का स्टॉल लगाया जाएगा। यहां बीएसएफ को तीन स्टॉल अलॉट किए गए हैं। एक में मेल-फीमेल बैंड का मेले में पहली बार प्रदर्शन किया जाएगा। दूसरे स्टॉल पर सेना में इस्तेमाल किए जाने वाले अत्याधुनिक हथियार प्रदर्शित किए जाएंगे और तीसरे स्टॉल पर शहीदों की वीरांगनाओं द्वारा बनाए गई की वस्तुओं की बिक्री की जाएगी।