पेटीएम ने नोएडा में खरीदा 150 करोड़ का प्लॉट, बनेगा नया हेडक्वार्टर
डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम ने नोएडा में नया हेडक्वॉर्टर बनाने के लिए 10 एकड़ जमीन खरीदी है। यह देश की किसी कंज्यूमर इंटरनेट स्टार्टअप की तरफ से हाल के वर्षों में सबसे बड़ी प्रॉपर्टी डील में से एक है। कंपनी में कर्मचारियों की संख्या बढ़ रही है, जिसके लिए उसे अधिक जगह की जरूरत है।
पेटीएम पर मालिकाना हक रखने वाली वन97 कम्युनिकेशन ने नोएडा एक्सप्रेसवे पर सेक्टर-137 में यह जमीन खरीदी है। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स का कहना है कि यह सौदा 120-150 करोड़ रुपये का हो सकता है। उनके मुताबिक इस क्षेत्र में जमीन का रेट 12-15 करोड़ रुपये प्रति एकड़ है। हालांकि कंपनी ने जमीन सीधे नोएडा अथॉरिटी से खरीदी है इसलिए उसे शायद इससे कुछ कम कीमत चुकानी पड़ेगी।
पेटीएम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरन वासिरेड्डी ने नए हेडक्वॉर्टर के लिए जमीन खरीदने की पुष्टि की लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि सौदा कितने में हुआ है। माना जा रहा है कि पेटीएम के नए हेडक्वॉर्टर में 15 हजार से अधिक लोगों के लिए जगह होगी। पेटीएम को साल 2010 में विजय शेखर शर्मा ने लॉन्च किया था। पिछले 8 साल में यह कंप्लीट फाइनैंशल सर्विसेज कंपनी बन गई है। इसमें अभी 20 हजार लोग काम कर रहे हैं। इनमें से 760 कर्मचारी पेटीएम के 48 हजार वर्ग फुट के नोएडा स्थित मौजूदा हेडक्वॉर्टर से काम करते हैं। कंपनी के बाकी कर्मचारी दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नै और बेंगलुरु के ऑफिस से काम कर रहे हैं। वासिरेड्डी ने बताया, ‘एजेंट नेटवर्क के साथ अभी कंपनी में 20 हजार लोग काम कर रहे हैं। हम अपने ग्रोथ टारगेट को हासिल करने के लिए हर साल 10 हजार कर्मचारियों को जोड़ रहे हैं।’ उन्होंने बताया कि पेटीएम का नया कैंपस ईको-फ्रेंडली और एनर्जी-एफिशंट होगा।
पेटीएम ने पिछले साल मई में जापान के सॉफ्टबैंक से 1.4 अरब डॉलर की रकम जुटाई थी। जमीन के लिए शायद कंपनी को एक साथ पूरा पैसा ना देना पड़े। एक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट ने बताया कि नोएडा अथॉरिटी आमतौर पर 20 पर्सेंट पैसा शुरू में लेती है और उसके बाद बाकी का पैसा 8 साल में 16 छमाही किस्तों में देना होता है। इस पर अथॉरिटी 11 पर्सेंट का ब्याज लेती है।