सर्वे में दावा- कांग्रेस बीजेपी में कड़ा मुकाबला, सिद्धारमैया सबसे लोकप्रिय सीएम उम्मीदवार
एक ताजा सर्वे के अनुसार कर्नाटक विधान सभा चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे के अनुसार कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला रहेगा और त्रिशंकु विधान सभा की स्थिति में जनता दल (सेकुलर) किंगमेकर की भूमिका में आ सकती है। कर्नाटक की 224 विधान सभा सीटों के लिए 12 मई को मतदान होना है। मतगणना 15 मई को होगी।
टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे के अनुसार कांग्रेस चुनाव में 91 सीटें और बीजेपी 89 सीटें जीत सकती हैं। कर्नाटक विधान सभा में बहुमत के लिए 113 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी। टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे के अनुसार जनता दल (सेकुलर) को करीब 40 सीटों पर जीत मिल सकती है। टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे के अनुसार कांग्रेस को चुनाव में 31 सीटों का नुकसान हो सकता है और बीजेपी को 49 सीटों का फायदा हो सकता है।
टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे के अनुसार कांग्रेस का वोट प्रतिशत पिछले चुनाव के 36.6 प्रतिशत से बढ़कर 38.6 प्रतिशत हो सकता है। वहीं बीजेपी का वोट प्रतिशत पिछले साल के 15 प्रतिशत से बढ़कर करीब 35 प्रतिशत हो सकता है। सर्वे के अनुसार बीएस येदियुरप्पा के कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) और बी श्रीमुलु की बीएसआर कांग्रेस के बीजेपी में विलय से उसे जबरदस्त फायदा हो सकता है। इन दोनों दलों को साल 2013 में हुए विधान सभा चुनाव में इन दोनों दलों को 25 प्रतिशत वोट मिले थे जो इस चुनाव में बीजेपी के खाते में जा सकते हैं।
टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे के अनुसार ग्रेटर बेंगलुरु इलाके में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को अच्छा सपोर्ट मिल सकता है। टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे में दावा किया गया है कि इस इलाके में कांग्रेस को पिछले साल के 15 की जगह इस साल 17 सीटें मिल सकती हैं। वहीं ओल्ड मैसूर इलाके में भी कांग्रेस की सीटें पिछले साल के 25 से बढ़कर 55 हो सकती हैं।
टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे के अनुसार सिद्धारमैया सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं। टाइम्स नाउ और वीएमआर ओपिनयन सर्वे में शामिल 46 प्रतिशत लोगों ने सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहली पसंद बताया। वहीं सर्वे में शामिल 32 प्रतिशत लोगों ने बीएस येदियुरप्पा को अपना फेवरेट सीएम बताया। ये सर्वे चार अप्रैल से 16 अप्रैल के बीच किया गया।